मित्र ऐसा हो जो दिल की हर बात को समझता हो जिसका रिश्ता विश्वास पर टिका हो. मित्र ऐसा हो जो दिल की हर बात को समझता हो जिसका रिश्ता विश्वास पर टिका हो.
कहां गया पर्यावरण क्यों जीना हुआ मुहाल? कहां गया पर्यावरण क्यों जीना हुआ मुहाल?
यह तो बंधन है ऐसा जैसे सूरज और चंदा का धरती और आकाश का. यह तो बंधन है ऐसा जैसे सूरज और चंदा का धरती और आकाश का.
जब भी जन्म लूं शिक्षिका ही बन कर आना चाहती हूं । जब भी जन्म लूं शिक्षिका ही बन कर आना चाहती हूं ।